काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता क्यों कहा है?
काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता की संज्ञा दी है। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि नदियां सभी मनुष्यों, पशु पक्षी और अन्य जीवों की प्यास बुझाती है। नदियां पूरे मनुष्य जगत का भरण पोषण करती है। भारत की संस्कृति में नदियों को कल्याणकारी कहा गया है। नदियों का जल शीतल होता है। इसमें स्नान करने से मनुष्य की थकान और गर्मी पूरी तरह से उतर जाती है।